अभिभावकों की भूमिका

विद्यालय और अभिभावक मिलकर ही बच्चे का भविष्य गढ़ते हैं। अभिभावकों की भूमिका केवल बच्चों को विद्यालय भेजने तक सीमित नहीं, बल्कि उन्हें घर और समाज में अच्छे संस्कार देने, अनुशासन बनाए रखने तथा विद्यालय की गतिविधियों में सहयोग करने की भी होती है।”

कर्तव्य एवं भूमिका:

1. अभिभावक यह सुनिश्चित करें कि बच्चे प्रतिदिन समय पर विद्यालय पहुँचें और नियमित अध्ययन करें।


2. बच्चों की पढ़ाई, गृहकार्य और प्रोजेक्ट कार्य की निगरानी करें तथा आवश्यक सहयोग प्रदान करें।


3. विद्यालय के अनुशासन और नियमों के पालन में विद्यालय प्रशासन का पूरा सहयोग करें।


4. अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) में भाग लेकर बच्चों की प्रगति और सुधार पर चर्चा करें।


5. बच्चों को मोबाइल, महँगे गैजेट्स अथवा अनुपयुक्त वस्तुएँ विद्यालय भेजने से बचाएँ।


6. बच्चों को विद्यालय के सांस्कृतिक, शैक्षणिक और खेलकूद कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।


7. विद्यालय को सुझाव और सहयोग सकारात्मक भाव से दें तथा विद्यालय की गरिमा बनाए रखने में साथ दें।


8. अपने बच्चों में नैतिक मूल्यों, संस्कार और सामाजिक जिम्मेदारी को विकसित करने में विद्यालय के साथ कदम से कदम मिलाएं।

Scroll to Top